स्टॉप डायरिया 2025 अभियान के तहत ग्राम चांटी में जनजागरूकता कार्यक्रम किया गया आयोजित
स्टॉप डायरिया 2025 अभियान के तहत ग्राम चांटी में जनजागरूकता कार्यक्रम किया गया आयोजित ग्रामीणों को डायरिया से बचाव और स्वच्छता के प्रति किया गया जागरूक, बच्चों की रही विशेष…

स्टॉप डायरिया 2025 अभियान के तहत ग्राम चांटी में जनजागरूकता कार्यक्रम किया गया आयोजित
ग्रामीणों को डायरिया से बचाव और स्वच्छता के प्रति किया गया जागरूक, बच्चों की रही विशेष भागीदारी
एमसीबी/भरतपुर
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के विकासखंड भरतपुर अंतर्गत ग्राम चांटी स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में दिनांक 2 जुलाई 2025 को जल जीवन मिशन एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में “स्टॉप डायरिया कैंपेन 2025” के अंतर्गत एक प्रभावी जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, सुरक्षित पेयजल की अनिवार्यता और डायरिया जैसी जलजनित बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूकता फैलाना रहा। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई, जिससे आयोजन जन सहभागिता की दृष्टि से अत्यंत सफल और प्रभावी सिद्ध हुआ।
कार्यक्रम का संचालन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता ओंकार सिंह, सहायक अभियंता जयंत कुमार चंदेल और उप अभियंता मनमोहन सिंह के मार्गदर्शन एवं आदेशानुसार किया गया। इस अवसर पर जिला परियोजना समन्वयक (मॉनिटरिंग) अनिमेष कुमार तिवारी, आईएसए प्रतिनिधि निहाल डिक्सना, आईईसी समन्वयक नवीन कुमार एवं हैंडपंप तकनीशियन सुशील बंजारे ने डायरिया की रोकथाम, सुरक्षित पेयजल के उपयोग, स्वच्छ शौचालय व्यवहार और हाथ धोने की आदतों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डायरिया जैसी बीमारियाँ सामान्य लगने के बावजूद गंभीर परिणाम दे सकती हैं, यदि समय रहते स्वच्छता और शुद्ध जल की महत्ता को नहीं समझा गया। कार्यक्रम में बच्चों को रोचक गतिविधियों और सवाल-जवाब के माध्यम से स्वच्छता से जुड़ी अहम जानकारियाँ दी गईं, वहीं महिलाओं को घर-परिवार में जल संरक्षण, जल उबालने, नलों एवं हैंडपंप की स्वच्छता बनाए रखने जैसे जरूरी उपायों पर जागरूक किया गया। “स्वच्छ गाँव, शुद्ध जल, बेहतर कल” की भावना को लेकर चलाया जा रहा यह अभियान ग्रामीण स्वास्थ्य और जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक प्रभावशाली पहल है, जो आने वाले समय में जनस्वास्थ्य को सशक्त बनाएगा।